
क्या आप भी दाल-चावल को हाथों से खाते हैं?जानिए क्यों यमराज भी आपका नाम काट देगा!आज हम एक ऐसी आदत की बात करने जा रहे हैं, जो पुरानी तो ज़रूर है, लेकिन बेहद असरदार भी है – हाथ से खाना। अब आप सोच रहे होंगे कि इसमें खास बात क्या है? तो सुनिए… जब आप हाथ से खाना खाते हैं… जैसे ही आपके हाथ खाना छूते हैं, हाथ की नसें (nerves) तुरंत आपके दिमाग को सिग्नल भेजती हैं – “भाई, खाना आने वाला है!” फिर दिमाग बोलता है – “चलो भाई, मुंह को कहो कि लार बनाओ और पेट को कहो कि पाचन रस (digestive juices) तैयार रखो।”यानि कुछ ही सेकंड में आपके पूरे शरीर में एक डाइजेशन टीम एक्टिव हो जाती है।अब बताइए, क्या ये चम्मच ऐसा कर सकता है? बुजुर्ग 100 साल तक क्यों जीते थे? पहले के लोगों की बहुत लंबी उम्र हुआ करती थी इसका कारण है कि वह अपने हाथ से खाना खाते थे क्यों? क्योंकि वो ना तो fancy spoon इस्तेमाल करते थे और ना ही खाना खाते वक्त फोन स्क्रॉल करते थे।वो अपने हाथों से खाते थे, मन लगाकर खाते थे और शरीर उसका पूरा लाभ उठाता था। चम्मच से खाना = स्टाइल या नुक़सान? बहुत से लोग चम्मच से खाना कहते हैं क्योंकि वह समझते हैं क्या आज के मॉडर्न के जमाने में यह एक फैशन है लेकिन उन्हें नहीं पता कि वो शरीर की नैचुरल प्रोसेस को धीमा कर रहे हैं। खाना खाने का सही तरीका सिर्फ स्वाद नहीं, सेहत भी देता है। — आखिरी बात – अगर आप भी हाथ से खाते हैं, तो बधाई हो – यमराज भी चित्रगुप्त से कहता होगा,”इसका नाम काट दे भाई, ये मरेगा ही नहीं!“
अब इस ज़रूरी बात को उन दोस्तों के साथ शेयर करना मत भूलिए जो चम्मच लेकर हीरो बनते हैं।