HIV AIDS: शुरुआती लक्षण complete information

Intro HIV AIDS :

आज के इस दौर में हेल्थ से जड़ी इनफॉरमेशन होना हर किसी के लिए बहुत जरूरी है इसमें कई बीमारियां ऐसी है की इसके बारे में सही ढंग से नहीं जानते जिसकी वजह से वह बीमारी का सही समय पर उसका इलाज नहीं कर पाते।

HIV और AIDS भी उन्हीं बीमारियों में से एक बीमारी हैं। HIV और AIDS आप ने इस बीमारी का नाम सुना हगा। मगर बहुत कम लोगों को इस बीमारी के बारे में पता है और बहुत से लोग इस बीमारी के नाम से डर जाते हैं और उस के बारे में प्रॉपर जानकारी नहीं लेते और बहुत कम लोगों के पास इसकी जानकारी होती लिए हम आपको इस बीमारी के बारे में आसन तरीके से समझता है और उसकेबरे में इनफॉरमेशन आसान लफ्जों में देते हैं।

HIV AIDS में फर्क

बहुत से लोगों यह गलतफहमी है कि वह HIV AIDS को एक ही मान लेते हैं जबकि ऐसा नहीं है HIV AIDS यह दोनों अलग-अलग है।

HIV:

Hiv इसकाफल फॉर्म है (Human Immunodeficiency Virus) यह एक वायरस है जो हमारे शरीर की इम्यूनिटी यानी रोग-प्रतिरोधक क्षमता को स्लोली स्लोली कमजोर करता है।

AIDS

AIDS इसका फुल फॉर्म(Acquired Immunodeficiency Syndrome) यह वह स्टेज है जब HIV की वजह से शरीर बहुत ज़्यादा कमजोर हो जाता है और कई बीमारियों का शिकार हो जाता है।

HIV और AIDS यह एक सिक्के के दो पहलू हैइसका मतलब है HIV एक वायरस है और उससे जुड़ी गंभीर स्थिति वह है AIDS

HIV कैसे फैलता है

HIV फैलने के बहुत से वजह और तरीके हो सकते हैं जैसे

1. असुरक्षित यौन संबंध

अगर किसी शख्स को एचआईवी पॉजिटिव है तो वह किसी से बिना कंडोमक यौन सबंध नहीं बना सकता अगर वह बनाता है तो संक्रमण का खतरा बढ़ जाएगा।

2. संक्रमित खून चढ़ाने

जब किसी को खून की जरूरत पड़ती है तो उस खून की जांच करना जरूरी है जो मरीज को चढ़ाया जएगा। बिना जाँच किए गए खून में वायरस हो सकता है।

3. सुई या इंजेक्शन साझा करने

आप जब बीमार हुए और दवाखने गए आपने ध्यान दिया होगा अगर आपको इंजेक्शन लगाया जा रहा है तो वह इंजेक्शन मेडिकल पर से नया पेटी पैक मंगाया जाता है और उसे दिया जाता है अगर किसी दूसरे का इस्तेमाल किया हुआ इंजेक्शन से सुई लगाई जाए तो अगर वह इस बीमारी का शिकार हो तो इस बीमारी का होने का खतरा आप को होता है और यह बीमारी खासकर नशा करने वालों में यह आम कारण है।

4. गर्भावस्था माँ से बच्चे में

जब कोई मां बच्चा देती है तो इसमें चांसेस होते हैं इस बीमारीके होने केजन्म या स्तनपान के दौरान संक्रमण हो सकता है।

याद रखो

ध्यान रखें, HIV यह बीमारी ना हवा, से होती है ना पानी से खाने से और ना हाथ  मिलाने या गले लगाने से यह नहीं फैलती।

शुरुआती लक्षण

HIV यह बीमारी अगर किसी को हो रही है तो यह समझ में नहीं आता क्योंकि इसके शुरुआती सिंप्टोम्स कैसे हल्के होतेहै जो समझ में बिल्कुल नहीं आते  जिसकी वजह से लोगों को एचआईवी के सिम्टम्स नहीं दिखाई देते हैं और वह इस बात को नजरअंदाज करते हैं इसके सिंप्टोम्स शुरुआती 30 दिनों में इसके लक्षण दिख सकते हैं

शुरुआती सिंप्टोम्स:

हल्का बुखार आना

गले में खराश का आना

थकान और कमजोरी का होना

शरीर में दर्द होना

त्वचा पर रैश का आना

यह सब सिम्टम्स है जिसकी वजह से एचआईवी HIV हो सकता है इसी लिए अगरसमय के साथ इस का इलाज न किया जाए तो इससे एक नुकसान होता है आपका immune system और कमजोर होता है, जिससे:

immune system कमजोर होने के साइड इफेक्ट

immune system  कमजोर होने के साइड इफेक्ट यह है

बार-बार बुखार का आना

वजन का तजी से घटना

लंबे समय तक दस्त रहना

बार-बार इंफेक्शन का होना

जाँच और इलाज

इस तरह के अगर आपके अंदर लक्षण दिखाई दे रहे हैं तो जल्द से जल्द जांच करें और उसका इलाज करें

HIV के  contact में

अगर आपको ऐसा लगता है कि आप HIV के contact में आए हो, तो तुरंत HIV टेस्ट कराएँ। टेस्ट के लिए काली न करें अगर आप यह सोच रहे हैं कि HIV test मे पैसा बहुत खर्चा हो जाएगा यह टेस्ट सरकारी और और कहीं जगहों पर प्राइवेट अस्पतालों में यह सुविधा मुफ्त भी मिलती है।

HIV का इलाज पूरी तरह संभव नहीं है, लेकिन एंटीरेट्रोवायरल थेरेपी (ART) से वायरस की स्पीड कम हो सकती है और इंसान लंबी उमर और बेहतर हेल्स्वथी जिंदगी जी सकता है

HIV से बचाव के उपाय

HIV से बचाव आसान है, बस सतर्कता ज़रूरी है:

हमेशा सुरक्षित sexual  संबंध बनाएं और संक्रमण से बचने के लिए condom का इस्तेमाल करें।

कभी भी किसी की सुई या इंजेक्शन साझा न करें।

खून चढ़ाने से पहले उसकी पूरी जाँच करवाएँ।

HIV पॉज़िटिव माँ डॉक्टर की सलाह से बच्चे को संक्रमण से बचा सकती है।

HIV पॉज़िटिव लोगों के लिए सुझाव

अगर कोई HIV पॉज़िटिव है, आप टेंशन ना ले HIV होने से यह ना समझे की आपकी ज़िंदगी खत्म हो गई। सही इलाज और जीवनशैली से लंबे समय तक हेल्दी रहा जा सकता है।

HIV पॉज़िटिव लोग क्या करें

दवाइयाँ समय पर लें

पौष्टिक आहार लें

नशे से दूर रहें

मानसिक तनाव कम करें

निष्कर्ष

अगर किसी को एचआईवी को लेकर awareness लाना जरूरी है और यह बचाव का सबसे बड़ा हथियार है अगर किसी को एचआईवी और ऐड हो गया है या उसके कुछ सिम्टम्स नजर आ रहे हैं तो डॉक्टर से कंसर्न करें और उसका सही इलाज लिया जाए तो यह सिम्टम्स काबू में किया जा सकता है जरूरी है कि हम इस बारे में जागरूक सतर्क रहे और लोगों को भी इसके बारे में जानकारी दें और इस बारे में फैल रही गलत जानकारी को दूर करें।

Leave a Comment